John Elia Shayari in Hindi: hello friends welcome to all of you on Shayarilover.org friends john elia this name is one of the great urdu poets. Jaun Elia was born on December 14, 1931 in Amroha, Uttar Pradesh, India. He is the youngest in his family. You can see here sad , love , romantice and other best jaun elia shayari in hindi.
He received his early education in Amroha under the guidance of his father, he obtained degrees in Urdu, Persian and Arabic. Jaun Elia had strong communist views, he became opposed to the idea of a separate state but eventually decided to join Pakistan in 1957.
Contents
jaun elia 2 line shayari
जो गुज़ारी न जा सकी हम से
हम ने वो ज़िंदगी गुज़ारी है
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
मैं भी बहुत अजीब हूँ इतना अजीब हूँ कि बस
ख़ुद को तबाह कर लिया और मलाल भी नहीं
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
ये मुझे चैन क्यूँ नहीं पड़ता
एक ही शख़्स था जहान में क्या
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
ज़िंदगी किस तरह बसर होगी
दिल नहीं लग रहा मोहब्बत में
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
jaun elia love shayari
मर गए ख़्वाब सबकी आंखों के,
हर तरफ है गिला हकीक़त का।
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
मैं जो हूँ ‘जौन-एलिया’ हूँ जनाब,
इस का बेहद लिहाज़ कीजिएगा।
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
ज़िन्दगी किस तरह बसर होगी,
दिल नहीं लग रहा मुहब्बत में
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
हाँ ठीक है मैं अपनी अना का मरीज़ हूँ,
आख़िर मिरे मिज़ाज में क्यूँ दख़्ल दे कोई
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
मैं भी बहुत अजीब हूँ इतना अजीब हूँ कि बस,
ख़ुद को तबाह कर लिया और मलाल भी नहीं।
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
शहर आबाद कर के शहर के लोग,
अपने अंदर बिखरते जाते हैं।
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
उस गली ने ये सुन के सब्र किया,
जाने वाले यहाँ के थे ही नहीं।
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
jaun elia sad shayari in Hindi
मैं भी बहुत अजीब हूं इतना अजीब हूं कि बस
ख़ुद को तबाह कर लिया और मलाल भी नहीं
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
कौन इस घर की देखभाल करे,
रोज़ एक चीज टूट जाती है।
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
बोहोत दिल को कुशादा कर लिया क्या,
ज़माने भर से वादा कर लिया क्या,
बोहोत नजदीक आती जा रही हो,
बिछड़ने का इरादा कर लिया क्या।
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
यूँ जो ताकता है आसमान को तू,
कोई रहता है आसमान में क्या?
यह मुझे चैन क्यों नहीं पड़ता,
एक ही शख्स था जहां में क्या?।
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
कितने ऐश उड़ाते होंगे कितने इतराते होंगे,
जाने कैसे लोग वो होंगे जो उस को भाते होंगे,
यारो कुछ तो ज़िक्र करो तुम उस की क़यामत बाँहों का,
वो जो सिमटते होंगे उन में वो तो मर जाते होंगे।
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
सारे रिश्ते तबाह कर आया,
दिल-ए-बर्बाद अपने घर आया
मैं रहा उम्र भर जुड़ा खुद से,
याद मैं खुद को उम्र भर आया
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
आखिरी बार आह कर ली है,
मैंने खुद से निबाह कर ली है,
अपने सर इक बाला तो लेनी थी,
मैंने वो ज़ुल्फ़ अपने सर ली हैं।
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
तुझ में पड़ा हुआ हूँ, हरकत नहीं है मुझ में,
हालत न पूछियो तू हालत नहीं है मुझ में,
अब तो नज़र में आजा बाँहों के घर में आ जा,
ऐ जान तेरी कोई सूरत नहीं है मुझ में
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
वक्त के रास्ते से हम तुम को,
एक ही साथ तो गुजरना था,
हम तो जी भी नहीं सके एक साथ,
हम को एक साथ मारना था।
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
jaun elia best shayari in Hindi
यूं जो तकता है आसमान को तू
कोई रहता है आसमान में क्या
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
काम की बात मैंने की ही नहीं
ये मेरा तौर-ए-ज़िंदगी ही नहीं
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
दिल-ए-बर्बाद को आबाद किया हैं मैंने,
आज मुद्दत में तुम्हे याद किया है मैंने।
✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦✦
यूँ जो ताकता है आसमान को तू,
कोई रहता है आसमान में क्या,
यह मुझे चैन क्यों नहीं पड़ता,
एक ही शख्स था जहां में क्या।